मुजफ्फरपुर में तेज गर्मी लोगों को परेशान कर रही है और इस बार तापमान ने पिछले 9 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग का कहना है कि इस साल बिहार में मानसून कब आएगा, इसका जवाब थोड़ा निराशाजनक है, क्योंकि यह अब 20 जून तक पहुंचने की उम्मीद है। बंगाल की खाड़ी में दबाव नहीं बनने और गर्म हवाएं चलने की वजह से मानसून की चाल धीमी हो गई है।

बिहार में मानसून कब आएगा? गर्मी ने तोड़ा 9 साल का रिकॉर्ड;
मुजफ्फरपुर: जिले में सुबह से ही तेज धूप और गर्म हवाओं का असर दिखा। तापमान इतना बढ़ा कि इस बार गर्मी ने पिछले नौ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। दिन और रात दोनों समय पारा सामान्य से ऊपर रहा। इस बीच मौसम विभाग ने बताया है कि इस साल मानसून थोड़ी देरी से आएगा। वरीय मौसम वैज्ञानिक डॉ. ए. सतार ने जानकारी दी कि मानसून के 20 जून तक बिहार पहुंचने की संभावना है।
कम दबाव का क्षेत्र नहीं बनने से मानसून की चाल हुई सुस्त
वरीय मौसम वैज्ञानिक डॉ. ए. सतार ने जानकारी दी कि इस बार बंगाल की खाड़ी और अंडमान क्षेत्र में समय पर कम दबाव का क्षेत्र नहीं बन सका, जिसकी वजह से मानसून की रफ्तार धीमी हो गई है। साथ ही उत्तर-पश्चिम भारत से गर्म हवा (हीट वेव) का असर भी नहीं पहुंच पाया, जो आमतौर पर मानसून को आगे बढ़ाने में मदद करता है। इन कारणों से मानसून की चाल कमजोर हो गई है और बारिश देर से शुरू होने की आशंका है। मौसम विभाग लगातार हालात पर नजर रखे हुए है।
इसका असर यह हुआ कि मानसून की रेखा पूर्व की तरफ बढ़ने के बजाय एक जगह रुक गई है। इसी कारण बिहार में मानसून के आने में कुछ और दिन की देरी हो सकती है। फिलहाल राज्य के कुछ इलाकों में हल्की प्री-मानसूनी गतिविधियां जरूर देखने को मिल रही हैं, जैसे हल्के बादल और आंधी-पानी, लेकिन पूरे बिहार में जोरदार और लगातार बारिश की शुरुआत अब 20 जून के बाद ही संभव मानी जा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि अगर आने वाले दिनों में बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बनता है, तो मानसून की रफ्तार फिर से तेज हो सकती है।
अगर मौसम ऐसे ही बना रहा, तो किसानों को धान की रोपाई के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ सकता है। देर से बारिश होने पर खेती की शुरुआत भी देर से होगी, जिससे किसान परेशान हो सकते हैं।
बिहार में मानसून कब आएगा? इसको लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि बारिश की देरी सीधे तौर पर खेती पर असर डाल सकती है।
अगले दो दिनों में आसमान में बादल छा सकते हैं और हल्की बारिश होने की संभावना है, साथ ही गरज-चमक भी देखने को मिल सकती है।
अगले चार दिनों में उत्तर बिहार के अधिकतर जिलों में हल्के बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन मौसम ज्यादातर समय सूखा रहेगा। अगले दो दिनों में कुछ इलाकों में गरज वाले बादल बन सकते हैं और हल्की बारिश भी हो सकती है।

इस दौरान दिन का तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि रात का तापमान 25 से 26 डिग्री के बीच रह सकता है। गर्मी और हवा में नमी ज़्यादा होने के कारण लोगों को दिनभर चिपचिपाहट और थकान महसूस हो सकती है। मौसम काफी उमसभरा और असहज रहने की संभावना है।
सुबह के समय हवा में नमी यानी सापेक्ष आर्द्रता 75 से 85 प्रतिशत तक रह सकती है, जबकि दोपहर में यह घटकर 35 से 45 प्रतिशत तक हो सकती है। इस दौरान पूरब दिशा से औसतन 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।
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